ग्रामीण उधोग विकास कार्यक्रम
ग्रामीण उधोग विकास केंद्रमित्रो हमारा देश युवाओं का देश है माना जाता है की हमारे देश में आज 60 % युवा है और जिस देश में युवा शक्ति ज्यादा होती है वह देश कभी पीछे नहीं रहता. परन्तु हमारे देश के युवा भ्रष्टाचार, अनाचार, अत्याचार, के साथ-साथ बेरोजगारी की मार को झेल रहे है. बेरोजगारी दूर करने के लिए युवक पढाई करता है और नौकरी पाना चाहता है. बढाती जनसंख्या के कारन सरकार कितने लोगों को नौकरी देगी ऐसे में बेरोजगारी दूर करने का सिर्फ और सिर्फ एक ही रास्ता बचाता है उधोग का उनकी बेरोजगारी दूर करने में उधोग जगत ही समर्थ है. और भारत के युवाओं के बेरोजगारी ग्रामीण उधोगों से ही दूर होगी क्युं की आज भी देश की 70 % जनता गावों में बस्ती है और उधोग के चक्कर में शहर की ओर पलायन कर रही है. इसलिए हम विभिन्न कंपनियों, संस्थाओं, बचत समूहों, युवा मंडलों के साथ मिलकर "ग्रामीण उधोग विकास केंद्र" की स्थापन करने जारहे है. इन केन्द्रों से युवाओं को रोजगार की जानकारी के साथ उधोग की स्थापना के लिए सम्पूर्ण मार्गदर्शन एवं सहयोग भी मिलेगा तथा आवश्यकता पड़ने पर नि:शुल्क प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की जाएगी.
हमारा प्रयास है इस कार्यक्रम की हम अधिक से अधिक लोगों तक पहुचाये, चुकी बेरोजगारी दूर करने की बात है तो यह राष्ट्रीय हित का कार्य है बेरोजगारी दूर होगी तो देश का जदप ( सकल घरेलु उत्पाद ) बढेगा और देश विश्व स्तर आर्थिक दृष्टी से सबसे आगे होगा. इसलिए युवाओं से अपेक्षा है इस कार्यक्रम को अधिक से अधिक लोगों तक पहुचने में हमारा हाथ बटाये धन्यवाद ! ग्रामीण उधोग विकास मंडल के कार्य
सदस्यता विवरण
सदस्यता शुल्क 200 /- वार्षिकसदस्यता फार्म |
ग्रामीण उधोग विकास केंद्र को लाभ
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