प्रशिक्षण कार्यक्रम
स्वावलम्बी ग्राम कार्यक्रम के द्वारा ग्रामीण जनता को निशुल्क प्रशिक्षण दिया जायेगा | प्रशिक्षण के दो अलग अलग सत्र होंगे |
व्यक्तिगत स्वावलम्बन प्रशिक्षण सत्र |यह प्रशिक्षण उद्योग के माध्यम से प्रत्येक सदस्य को दिया जायेगा | इश प्रशिक्षण की विशेषता होंगी | "हर खली हाथ को काम " जिससे गाव के प्रत्येक व्यक्ति की आय बढेगी | प्रशिक्षण सत्र में नींम विषयों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा |
प्रशिक्षण के विषय
१ ) उद्योग मंडल एवं बचत समूह का संचालन |
२ ) सरकारी तथा गैर सरकारी योजनाओ की जानकारी | ३ ) उद्योग का चयन कैसे करे ? ४ ) उद्योग शुरू करने की प्रक्रिया | ५ ) ऋण अनुदान आदि के सम्बन्ध में मार्गदर्शन | ६) व्यापार प्रबन्धन एवं मार्गदर्शन | ७ ) वित्त प्रबन्धन एवं मार्केटिंग मैनेजमेंट | ८ ) कृषि और उद्योगों का समन्वित विकास | ९ ) श्रम प्रधान रोज़गार एवं सेवा व्यवसाय प्रशिक्षण | १०) पशुपालन , गो संवर्धन-संरक्षण के लाभ | ११) मूल्य वेर्थित उत्पादन निर्माण विधि एवं जानकारी | १२) कंप्यूटर प्रशिक्षण मार्गदर्शन | १३) व्यक्तिव विकास प्रशिक्षण ! १४) आधुनिक कुटीर उद्योग प्रशिक्षण |
सामुदायिक स्वावलंबन प्रशिक्षण सत्रवह प्रशिक्षण स्वावलम्बी ग्राम समिति के सदस्यों तथा ग्रामीण विकास विकास में रूचि रखने वाले व्यक्ति को दिया जायेगा | ग्रामीण अर्थव्यवस्था को उचा उठाने एवं ग्राम प्रबन्धन के लिए यह विशेष सत्र होगा | इश प्रशिक्षण सत्र के विषय नींमलिखित होगे |
प्रशिक्षण के विषय
१ ) विकेन्द्रीय तथा केन्द्रीय प्रणाली क्या है |
२ ) ग्राम प्रबन्धन एवं स्वावलम्बी ग्राम | ३ ) ग्राम प्रफाइल एवं मास्टर प्लान तैयार करना | ४ )बचत समूह संचालन मार्गदर्शन | ५ ) सरकारी एवं गैर सरकारी योजनाओं की जानकारी | ६ ) ग्रामीण संसाधनों पर आधारित उद्योग प्रशिक्षण | ७ ) ग्रामीण उत्पाद वितरण केंद्र का संचालन | ८ ) व्यापार प्रबंधन एवं आदर्श ग्राम | ९ ) व्यवसायिक लेखा - जोखा प्रबन्धन | १० ) कृषि एवं उद्योगों का समन्वित विकास है | ११ ) बाल संस्कार शाला (बाल पंचायत ) का स्थापना | १२ ) कामर्शियल मिशनरी प्रोजेक्ट | १३ ) कंप्यूटर प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन | १४ ) स्वास्थ प्रबन्धन | १५ ) ग्रामीण उत्पाद एवं उत्पादन | |
प्रशिक्षण प्रक्रिया
१ ) प्रशिक्षण विकेन्द्रीय प्रणाली पर आधारित ग्रामीण स्तर पर दिया जायेगा |
२ ) प्रशिक्षण स्थल १५ ग्राम पंचायतो कलस्टर बना क्र चयन किया जायेगा | ३ ) एक कलस्टर के प्रत्येक ग्राम पंचायत में २ - २ व्यक्तिओ को प्रशिक्षण के लिए चयनित किया जायेगा | ४ ) प्रशिक्षनार्थियो की संख्या ३० से कम तथा ५० से अधिक नही होगी | ५ ) प्रशिक्षण की अवधि ५ दिनों की होगी | ६ ) प्रशिक्षण पूर्णता आवासीय होगा | ७ ) प्रशिक्षण के उपरांत सम्बन्धित कलस्टर में एक वर्ष फालोअप कार्यक्रम होगा जिसमे स्वावलम्बन हेतु मार्गदर्शन एवं सहयोग दिया जायेगा | |
नव उत्कृष्ट ग्रामीण विकास संस्थान100 % जॉब ग्यारेंटेड प्रशिक्षण1. व्यापार प्रबन्धन एवं मार्गदर्शन |
2. ऋण अनुदान आदि के सम्बन्ध में मार्गदर्शन | 3. वित्त प्रबन्धन एवं मार्केटिंग मैनेजमेंट | 4. उधोग का चयन कैसे करे 5. उधोग शुरू करने की प्रक्रिया 6. सरकारी तथा गैर सरकारी योजनाओं की जानकारी 7. ग्रामीण संसाधनों पर आधारित उधोग 8. मूल्य वर्धित उत्पाद की जानकारी 9. कृषि और उधोग का समन्वित विकास 10. Fundamentals of Computer 11. Word pad 12. Computer Communication 13. Internet शुल्क विवरणप्रवेश शुल्क 100/-
प्रशिक्षण शुल्क 250/- परीक्षा शुल्क 150/- प्रशिक्षण अवधि 1 माह |
एग्रिकल्चर मेनेजमेन्ट
100% रोजगार या उधोग की ग्यारंटी
प्रशिक्षण के विषय1. खेती क्यो और कैसे
2. आधुनिक जैविक खेती 3. उधोग, रोजगार और खेती 4. खेती के लिये सरकारी योजनाएं 5. उन्नत खेती के लिये बैंक की सहयोग योजनाएं 6. पक्षीपालन, मत्स्यपालन, पशुपालन और खेती 7. फलोउधान से आर्थिक स्वावलम्बन 8. एग्रिकल्चर अकाउंटेंन्सी (क्रुशि लेनदेन) 9. कृशि व्यापार प्रवेश पात्रता1. 10वी पास
2. भारतीय नागरिक 3. खेती पर काम करने के इच्छुक कोई भी युवा डाक्यूमेन्ट1. परिचय पत्र
2. आधार कार्ड 3. जाति प्रमाण पत्र (SC/ST/OBC) 4. मोबाइल नंबर 5. रंगीन पासपोर्ट फोटो 6. बैंक पासबूक की फोटो कापी |
आवेदन, नियम एवं शर्त1. आवेदन Online करना है
2. प्रवेश शुल्क 100/- तथा प्रशिक्षण शुल्क 1000/- रू देय होगा 3. प्रशिक्षण के पश्चात 1000/- रू. प्रतिभागि के बैंक खाते में वापस हो जाएन्गे 4. इच्छुक व्यक्ति को रोजगार या उधोग से जोडा जाएगा 5. प्रशिक्षण अवधि 3 माह की होगी जिसमें प्रायोगिक और थेअरी दोनो कक्षा चलेगी शुल्क जमा करने के लिए Click करेRO ID :- 9023000303
Transaction Password :- 01-106738 |