स्वावलम्बी ग्राम कार्यक्रम विभिन्न चरणों में पूरा होगा एवं प्रत्येक चरण को जो निम्नानुसार है |
प्रथम चरण
१ ) समिति एवं मंडल का गठन | २ ) स्वावलम्बी गर्म कार्यक्रम एवं उद्देश की जानकारी देना | ३ ) ग्राम प्रोफाइल तैयार करना | ४ ) स्वावलम्बन के महत्व को समझाना |
दूसरा चरण
१ ) ग्रामीण संसाधनों का अध्यन करना | २ ) ग्रामीण क्षेत्र की आवश्यकता को समझाना , पहचानना | ३ ) समितियों की बैठक लेना तथा आवश्यकता के अनुरूप मास्टर प्लान तैयार करना |
तीसरा चरण
१ ) ग्राम पंचायत के मास्टर प्लान का तहसील एवं जिले में संस्था के कार्यालय में पहुचना | २ ) योजना के अनुरूप प्रशिक्षण की व्यवस्था करना | ३ ) ग्रामीण संसाधनों पर आधारित उद्योगों का चयन करना | ४ ) व्यक्तिव विकास कार्यक्रम चलाना |
चौथा चरण
१) गृह उद्योग लघु उद्योगों का ragistration करना | २ ) सरकारी एवं गैर सरकारी योजनाओं की जानकारी देना | ३ ) ग्रामोधोग कोष का गहन एवं उद्देश्यों की जानकारी देना | ४ ) ग्रामीण छात्र - छात्रो (विद्याथियो ) के लिए मार्गदर्शन एवं सुविधा केंद्र स्थापित करना |
पांचवा चरण
१ ) ग्रामीण संसाधनों पर आधारित औधोगिक प्रशिक्षण देना | २ ) आधुनिक कुटीर उद्योगों की स्थापना करना | ३ ) कृषि और उद्योग के समन्वय हेतु प्रशिक्षण देना | ४ ) स्व सहायता समूह का वास्तविक उद्देश्य बनता है | ५ ) तंत्रज्ञान ( कंप्यूटर ) से परिचय एवं प्रशिक्षण की व्यवस्था करना |
छटवा चरण
१ ) ग्रामीण उत्पादनों के वितरण हेतु वितरण केंद्र स्थापित करना | २ ) वित् प्रबन्धन एवं मार्केटिंग की जानकारी देना | ३ ) गाव के विकास के लिए विभिन कर्यक्रम आयोजित करना | ४ ) विभिन कंपनी , उद्योग समूह की गतिविधि को समझना जानकारी लेना |
" जैविक ग्राम "
हमारी योजना का उद्देश्य है की गाँवों को पूरी तरह जैविक बनाए; इसलिए इस योजना का नाम ही "जैविक ग्राम" रखा गया है. इस योजना के तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक लडके का चयन किया जाना है जो इस योजना को अपनी ग्राम पंचायत में संचालित करेगा जिसक कार्यकर्ता को 1500 /- रु. प्रति माह मानदेय भी दिया जायेगा . जिसके द्वारा किसानों को प्रशिक्षण के साथ उचित मार्गदर्शन दिया जायेगा तथा खाद एवं कीट नाशक का वितरण भी करेगा . अपनी ग्राम पंचायत में 80 % कम करने वाले कार्यकर्ता को ग्रामदुत पुरस्कार दिया जायेगा जो 25000 /- से 50000 /- रु. तक हो सकता है .तथा उस ग्राम पंचायत के सरपंच - सचिव को भी 5000 /- से 10000 /- रु. तक की राशी अछे कार्य के लिए दी जाएगी . एवं ग्राम पंचायत में जैविक खेती करने वाले किसानों के बच्चो के लिए नि:शुल्क कंप्यूटर प्रशिक्षण की व्यवस्था की जायेगी. प्रत्येक 10 ग्राम पंचायत में एक स्वावलंबन केंद्र की स्थापना होगी इसके संचालन के लिए भी एक कार्यकर्ता को चयनित किया जायेगा जिसको 8000 /- रु. प्रति माह मानदेय होगा जिसके द्वारा ग्रामीणों को खाद एवं कीट नाशक की पूर्ति की जायेगी यह एक तरह से विक्रय केंद्र भी होगा .यहाँ से ग्राम पंचायतों का रिकार्ड भी रखा जायेगा और ग्राम प्रोफाइल भी बनाई जाएगी . इस केंद्र से ग्रामीण स्तर पर कार्य कर रहे कार्यकर्ता को मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण भी दिया जायेगा .ग्रामीण क्षेत्र में कार्य करने तथा केंद्र स्थापित करने के लिएइस पर आवेदन कर सकते है . धन्यवाद !