आधुनिक कुटीर गृह एवं उद्योग
ग्रामीण जनता. द्वारा संचालित किये जानेवाले उद्योगों के चयन के लिए सीमाओं (लिमिटेशन) और अवश्यकताओ को ध्यान में रखकर उत्पादन एवं प्रशिक्षण की योजना बनायीं गई है | उद्योग प्रारंभ करने से पूर्व उसके चयन के लिए निम्न बिन्दूओ पर ध्यान दिया गया है
ग्रामीणों की सीमाए (लिमिटेशन)
अतः ऐसे उद्योगों का चयन किया गया है ! जिसका संचालन में सीमाए बाधा नही बनेगी |
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आवश्कताए
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आधुनिक ग्रामीण उधोग के प्रकार
प्रकार 1
1. इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट :- वर्तमान समय में लोग अपने पैसे को इन्शुरस , शेयर्स , म्युच्युअल फंड्स,मार्केटिंग आदि में लगाना चाहते है , परन्तु इस क्षेत्र का परिपूर्ण ज्ञान नही होता है , ऐसे में इन्वेस्टमेंट कंसल्टेंट उनको मार्गदर्न करके अपनी फीस निर्धारित कर सकता है |
2. इन्टेरियर डिजाईनिंग का व्यवसाय :- वर्तमान में देखावा बढ़ गया है , प्रत्येक व्यक्ति आकर्षण और चकाचौध में जी रहा है , लोग अपने ऑफिस और घर को भी सजाने के लिए डिजाईनर देखने लगे है , अपने इन्टेरियर डिजाईनिंग का कोर्से किया है , तो इससे भी आप ग्राहकों को आकर्षित करके अपना व्यवसाय स्थापित कर सकते है | 3. फ्रेंचायसी :- फ्रेंचायसी अर्थात किसी कंपनी अथवा उद्योग समूह का विक्रय का अधिकार / किसी कंपनी एजेंसी लेकर अपना रोज़गार स्थापित करने का नया कांसेप्ट ही फ्रेंचायसी है | इससे भी रोज़गार के काफी अवसर है | 4. समुपदेश अथवा मार्गदर्शन केंद्र :- किसी भी क्षेत्र में प्रवीणता हासिल कर उस क्षेत्र के ज्ञान का उपयोग आप मार्गदर्शन केंद्र के लिए क्र सकते है | इससे आपका लघु उद्योग शुरू हो सकता है | इसको जगह भी कम लगती है | और लागत भी | विज्ञापन , व्यवसाय , मार्गदर्शन , रोज़गार मार्गदर्शन ,कंप्यूटर कंसल्टिंग कम्पनीयों को मजदूरो की पूर्ति करना , इन्शुरन्स आदि का समावेश होता है | 5. सर्क्युलेटिंग लायब्रेरी :- विविध जानकारी से युक्त पुस्तकों की सूचि तैयार कर छोटा सा वाचनालय स्थापित किया जा सकता है , विविध भाषा , ज्ञान , आध्यात्म ,शैक्षणिक ,व्यवसायिक विषयों की पुस्तकों को घर पहुच सेवा प्रदान कर अनोखा व्यवसाय स्थापित कर सकते है | 6. इवेंट :- समय का आभाव होने से लोग अपने घर व सामाजिक कार्यक्रमों की ओर ध्यान नही दे पाते है, इसलिए ये नए व्यवसाय ने रोज़गार के अवसर खड़े किये है , विवाह ऑफिस , पार्टी , मीटिंग, संस्थाओ के कार्यक्रम , संस्कृतिक कर्यक्रम आदि को आकर्षक बनाना और व्यवस्थिक संपन करने के लिए इवेंट मैनेजमेंट की ज़रूरत बढती जा रही है | 7. एड / विज्ञापन एजेंसी :- समाचार पत्रों , मासिक या साप्ताहिक में विज्ञापन देना , विज्ञापन डिजाईनिंग डिस्प्ले एड आदि से भी व्यापार स्थापित किया जा सकता है | और मोबाइल पे भी विज्ञापन आने लगे है उससे भी आप व्यवसाय क्र सकते है | 8. स्न्क्स सेण्टर :- वर्तमान बदलते समय में पति पत्नी दोनों ही नौकरी अथवा व्यवसाय के घर से बाहर व्यस्त होते है ऐसे में स्वादिस्ट भोजन या नाश्तो के लिए स्न्क्स सेण्टर पैर निर्भर होते है , आज फास्ट फ़ूड के साथ हेवी फ़ूड पे भी लोग आकर्षित हो रहे है , शेहरो में भी रोटी सब्जी केन्द्र भी शुरू किया जा सकता है | 9. फिटनेस सेण्टर (जिम) :- आज ज़माना फिटनेस का है लोगो को फिट एंड रहना पसंद है , और लोग इस ओर आकर्षित हो रहे है , युवाओ में इसका महत्व बड़ा है , इस व्यवसाय से भी रोज़गार की बहुत सम्भावना है | 10. प्राक्रतिक स्वास्थ केंद्र :- आज लोगो का जीवन आस्थ व्यस्त हो गया है , आस्थ व्यस्त जीवन को आनेक असाध्य लोगो ने घेर लिया है , डॉक्टर दवा देते है , परंतो अभ लोग आयुर्वेद चाहते है , और वह उन्हें नही मिल रहा है ,ऐसे में थोडा प्रशिक्षण प्राप्त कर ऐसे केंद्र स्थापित किये जा सकते है | 11. कंप्यूटर ट्रेनिंग :- शिक्षा की आवश्यकता को आज हर कोई समझने लगा है , और आज तंत्र ज्ञान का भी महत्व बढ़ गया है , आज के समय में कंप्यूटर न आने का अर्थ है , अनपढ़ रहना , कंप्यूटर की बसिक और एडवांस कोर्से की क्लास्सेस चलाकर हम आय के स्रोत खड़े कर सकते है | 12. सायबर कैफे :- आज ज़माना इन्टरनेट का है ,सारी इससे जुडी है , और अपने काम आसानी से कर रही है इ-मेल ,इ-कामर्स जैसी सेवाओ आदान प्रदान आसन ही गया है , दुनिया की कोई भी जानकारी एक बटन दबाते ही कंप्यूटर स्क्रीन प्राप्त हो जाती है , ऐसे में साइबर कैफे चलाना एक आचा व्यवसाय है | 13. हार्डवेयर की दूकान :- इलेक्ट्रोनिक आयटम के साथ उसका मेंटेनेस जूड़ा है , कोई भी यांत्रिक वस्तु हो उसकी एक आयु सीमा होती है ,आज ज़माना कंप्यूटर का है , ऐसे में कंप्यूटर हार्डवेयर एंड मेंटेनेस का व्यवसाय या दूकान का काम बढ़िया है , मेंटेनेस का साल भर का ठेका भी लिया जा सकता है | 14. वेबसाइट डवलपमेंट :- वेब डिजाईनिंग में " वेबसाइट डिजाईनिंग क्रियेटिव एड डिजाईनिंग आन वेब " जैसे काम होते है , वेबसाइट पूरी दुनिया में देखी जाती है , इसलिए इस पर विज्ञापन भी बहुत होते है , वेबसाइट बनाने देना और उसे विशेष प्रोग्राम से जोडकर देना ये एक अच्छा व्यवसाय साबित हो सकता है 15. प्रिंटिंग व्यवसाय :- भारत में प्रिंटिंग व्यवसाय रोज़ बढता जा रहा है , स्राजन्शील और मेहनती व्यवसायी के लिए अच्छा व्यवसाय है | 16. बुक बाईडिंग :- बाईडिंग के अनेक प्रकार है , इसकी विभिन प्रकार की मशीने बाज़ार में उपलब्ध है, यह काम लागत में अच्छा व्यवसाय साबित हो सकता है | 17. डि .टी.पि, आर्टवर्क और डिजाईनिंग :- पुस्तकों का मुख्य पृष्ट , बेनर विज्ञापन आदि बनाकर डिजाईनिंग देना यह भी घर पर बैठे अच्छा व्यवसाय है | |
प्रकार 2
१८ ) पेपर सप्लायर्स :- उत्पादको से थोक शुल्क पर क्रिय करके चिल्लर daam पर बेचना, आज कागज हर जगह की ज़रूरत है , इसके बिना किसी भी ऑफिस का काम पूरा नही चलता |
१९ ) लेखन कार्य , ट्रांसलेटर :- विविध भाषाओ पर लेखन करना अथवा ट्रांसलेट करके भी देना भी एक व्यवसाय बन सकता है | २० ) वास्तु कंसलटेंसी :- वास्तुशास्त्र इस विषय को पिछले दशक से बहुत आधिक महत्व दिया जा रहा है , इसलिए इस विषय का मार्गदर्शन केंद्र स्थापित किया जा सकता है | २१ ) औधोगिक प्लान्स (योजना ) बनाकर देना :- उद्योग शेत्र का अनुभव हो तो औधोगिक प्लान्स बनाकर दिया जा सकता है , उद्योग मार्गदर्शन केंद्र स्थापित किया जा सकता है | २२ ) शालेय उपयोगी पुस्तके व स्टेशनरी सप्लायर्स :- विविद विषयों की पुस्तके , स्टेशनरी, फाइल आदि की ज़रूरत पाठशालाओ में होती है , और इन्हें स्टेशनरी सप्लाई का काम किया जा सकता है | २३ ) आर्ट गेलरी :- एंटिक पीस , वाल हंग्गिंग, डेकोरेटीवः वास्तु , ग्रीटिंग्स मांग आज बहुत है , ऐसे में आर्ट गेलरी चालू की जा सकती है २४ ) मोबाइल रेपैर्रिंग सेण्टर :- आज मोबाइल का ज़माना है , रोज़ नए नए मोबाइल आते रहते है , नए सॉफ्टवेर के साथ लोगो को विडियो गेम, विडियो लोअडिंग करके चाहिए , तंत्र ज्ञान जितना बढ़ रहा है उसमे उतनी दिक्कते आ रही है मोबाइल रेपैर्रिंग का काम शॉप शुरू करके अपना व्यवसाय चालू कर सकते है | २५ ) टूर्स एंड ट्रेवल्स :- पर्यटन क शेत्र में छोटे उद्योगों से लेकर पाच सितारा होटलों तक बड़ा व्यवसाय है| इस शेत्र में सेवा महत्त्व पूर्ण है और वह व्यवसाय तर्क शक्ति और कल्पना जिसके पास हो वह इस व्यवसाय को अपना सकता है | २६ ) मैरेज प्लानर :- शादी विवाह का अवसर दौड धुप के साथ अन्या कई व्यवस्था एवम प्रबंधन का होता है , किसी भी कार्य के लिए अलग अलग आदमी ढूँढना पड़ता है ऐसे में मैरेज प्लानर क पास सभी कुछ उपलब्ध होता है सहरो इनका व्यवसाय जोरो पर है | २७ ) फोटोग्राफी विडियो शूटिंग :- शादी- विवाह , जन्मदिवस , विवाह दिवस , विविध समारोह में फोटो अथवा विडियो की आवश्यकता होती है , यह व्यवशाये भी तेज़ी से बढ़ रहा है | २८ ) डेकेअर सेण्टर :- आज महिलाये भी काम पर जाती है , जिससे बच्चो की देखभाल और लालन पालन की समस्या बढ़ रही है झूलाघर अथवा बाल केंद्र स्थापित क्र यह व्यवसाय शुरू क्र सकते है | २९ ) फ़ूड प्रोसेसिंग :- फ़ूड प्रोसेसिंग का आर्थ अन्न प्रक्रिया से है , मसाला निर्माण , सब्जी भाजी परिक्षण , पेय पदार्थ ,खाधान्य सुरक्षा के शेत्र में यह व्यवसाय किया जा सकता है | ३० ) फैशन बुटिक :- फैशन बुटिक के युग में आज युवा पीढ़ी को नए डिजाईनिंग के कपडे आकर्षित कर रहे है , विविध रंग, विविध डिजाईनिंग फैशन के कपड़ो से बाज़ार भरा है , फैशन की ओर रुझान को देखते हुए बुटिक व्यवसाय शुरू किया जा सकता है | ३१ )हर्बल सौदर्य प्रसाधन उतपादन :- वर्तमान में सौदर्य प्रसाधनो हर्बल प्रोडक्ट की मांग ज्यादा है , ऐसे में थोड़े प्रशिक्षण से फेस पैक , महेंदी , शम्पू शिकाकाई , जेल लोशन , निर्माण का कार्य किया जा सकता है | ३२ ) ब्यूटी पार्लर :- वर्तमान में ब्यूर का व्यवसाय प्रटी पार्लतिष्ठित व्यवसाय में गिना जाता है , समारोह के अवसर पर महिलाये पहले ब्यूटी पार्लर जाकर अपने आप को सजने सवारने का काम करती है ३३ )फेन्सी ज्वेलरी बिजनेस :- सोना आसमान छु रहा है , गहने महेंगे हो रहे है , ऐसे में आरटीफीशिअल ज्वेलरी का चलन बढ़ने लगा है , सुरक्षा की दृष्टी से भी अच्छा है सौदरय की द्रष्टि से भी अच्छा है | ३४ ) वृक्ष वाटिका ( नर्सरी ) :- विविद प्रकासर के वृक्ष , फूलो के पौधे, शो के पौधे, घरो में लगाने का प्रचलन बड़ा है , ऐसे में यह व्यवसाय भी अच्छा है | ३५ ) सिलाई , काड़ाई , बुनाई :- महिला स्वयं सहायता समूह के द्वारा स्कूल की ड्रेस आदि सिलवाने का कार्य किया जा सकता है , रेडीमेट कपडे के व्यवसाय में भी यह उपयुक्त है | ३६ ) हाबी क्लासेस :- आज युवाओ को शिक्षा के साथ कुछ अलग सिकने की भी चाह होती है , संगीत,चित्रकला , हस्तकला , खेल आदि ऐसे में हाबी क्लासेस अच्छा पर्याय है | ३७ ) कंप्यूटर स्टेशनरी सप्लाई :- कंप्यूटर का उपयोग बढ़ने से उसे लगने वाली वस्तु स्टेशनरी आदि का व्यवसाय आशा जनक सिद्ध हो सकता है | ३८ ) मैरेज ब्यूरो / महिला मार्गदर्शन केंद्र :- महिलाओ को पारिवारिक मार्गदर्शन अथवा वधु - वर की जानकारी देना यह व्यवसाय वर्तमान में बहुत चल रहा है , बड़े शहरो में इसकी मांग बहुत है | ३९ ) कटी हुई साफ़ सब्जिया घर पहुचाना :- भाग दौड़ भरी ज़िन्दगी में नौकरी करने वाली महिलाओ को घर आकर कटी - कटाई सब्जी साफ़ की हुई मिले तो कितनी ख़ुशी की बात है और समय की बचत यह व्यवसाय शहरों के लिए बहुत अच्छा है | ४० ) बेकरी उत्पाद निर्माण :- समय की कमी , बदती जनसंख्या , शहरों के विस्तार में बेकरी की मांग बहुत है इसे मार्केट ( बाज़ार ) भी अच्छा मिल सकता है | |